क्या किसी ज्योतिषी ने स्वाईंन फ्लू के इस तरह विश्व-व्यापी बन जाने की भविष्यवाणी की थी ? यहीं चिढ होती है मुझे ज्योतिषियों से ! हे ब्लागरों ,ज़रा सावधान हो जाओ और ये भविष्यवाणी सुनों ! मगर ऐसा कोई दावा नही कि ये सोलहो आने सच होगीं -ये वैज्ञानिक भविष्यवाणी बोले तो फोरकास्टिंग है ! सच भी हो सकती है नही भी ! इसका मकसद बस आपको खबरदार रखना है ! और समय रहते आप अपनी कोई प्लानिंग कर सकें इसलिए ये भविष्यवाणी की जा रही है ! ब्लॉग दुनिया के सारे -गत्यात्मक अथवा गैर गत्यात्मक सभी ज्योतिषी भी पढ़ लें -मैं स्वाईंन फ्लू की कुण्डली बांचने जा रहा हूँ -
आज की ताजा हालात -
स्वाईंन फ्लू अब वैश्विक महामारी का रूप ले चुका है इसमें कोई शंका नही है ! विश्व स्वास्थ्य संगठन अब इसके चेतावनी के अन्तिम स्तर यानि ६ की भी घोषणा करने वाला ही है ! अब तक यह १६ देशों में फैल चुका है ! ३६५ मामलों की पुष्टि हो चुकी है -६०० से अधिक लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं .भारत में भी इसका खतरा मंडरा रहा है ! महाराष्ट्र के जलगांव में १०० सूअरों के मरने से शंकाओं का माहौल गरम हो उठा है ! अभी चूकिं भारत के अधिकांश भाग तेज गरमी की चपेट में हैं इस पर कुछ अंकुश लगा हुआ रहेगा ! यह वाईरस ज्यादा तापक्रम पर सक्रिय नही रहता .मगर बेहद सावधानी की जरूरत है .इस बार खतरा कितना बड़ा है यह इसी से जान सकते हैं कि बर्ड फ्लू का चेतावनी स्तर अभी भी ३ पर कायम है जबकि यह महामारी अब ५ के स्तर से ६ तक पहुँचने वाली है !
अब कल क्या होगा ? मतलब क्या क्या हो सकता है ?
* मई माह बीतते बीतते पूरी दुनिया स्वाईंन फ्लू के पहले दौर ( फर्स्ट वेब ) के चपेट में आ जायेगी !
* दुनिया भर में रोग निवारण ,क्वैरेनटाईन शिविरों की स्थापना होगी -अमेरिका में तो इनकी भरमार होगी !
*जगह जगह रोड ब्लाक्स ,मिलिटरी पोस्ट और निगरानी ,मास्क और दास्ताने पहने लोग दिखेंगें ,जगह जगह स्वास्थ्य कर्मी लोगों की जांच , तापक्रम लेते दिखेंगें !
* देशी और अंतरास्ट्रीय हवाई यात्राये ,जमीनी परिवहन यकायक ठप पड़ सकते हैं !
*दैनिक उपभोग और खान पान के बिक्री स्टोर बंद हो जायेंगें -पेट्रोल पम्पों ,सरकारी दफ्तरों ,बैंको पर ताले लटकते नजर आयेंगें ! किसी प्रमुख अवकाश सा नजारा दिखेगा ! सड़कों पर कम कारें -टैफिक -बस मिलिटरी या पुलिस का भारी बंदोबस्त दिखेगा !
* फिर आएगा दूसरा दौर ( माईल्ड वेब ) -उपरोक्त स्थितियां और भी गंभीर हो उठेंगीं !
* वर्ष के अंत तक मारक लहर ( डेडली वेब ) भी आ जायेगी ! पूरी दुनिया में लोग मास्क पहने हुए होगें ! बाजार ,व्यावसायिक प्रतिष्ठान ,माल ,स्कूल कालेज अनिश्चित काल के लिए बंद हो जायेगें !
* लोगों को ज्यादातर घर के भीतर रहने को बाध्य होना होगा !
* समूचे विश्व की अर्थव्यवस्था चरमरा उठेगी -मंदी का एक नया दौर शुरू होगा !
* लोगों के दैनिक क्रिया कलाप ,रोजगार बुरी तरह प्रभावित होगें -केवल बहुत जरूरी खरीद फ़रोख्त -औषधियों ,अत्यावश्यक वस्तुओं की ही होगी -घर से प्रायः निकलने की मनाही होगी !
* दो प्रतिशत मृत्यु दर की सम्भावना होगी !
ये स्थितियां आ सकती हैं और नही भी -यह आपको डराने के लिए नही बल्कि आगाह करने के लिए है ! ज्ञात रहे १९१८ में इसी विषाणु H1N1 के चलते पूरी दुनिया में ४-५ करोड़ लोग मौत के मुंह में समां गए थे ! आज ऐसे विषाणु आक्रमणों से निपटने की हमारे पास बढियां रणनीति और संसाधन हैं फिर भी हमें किसी भी स्तर पर भी लापरवाही नही दिखानी है ! विज्ञान संचारक ब्लागरों ने स्वाईंन फ्लू की ताजातरीन खबरे आप तक पहुचाने की एक कार्यनीति तैयार कर ली है ! आप यहाँ की एक खिड़की में रोज ताक झांक कर सकते हैं !
सन्दर्भ :
http://forecastfortomorrow.com/Files/swineflu.pdf
Science could just be a fun and discourse of a very high intellectual order.Besides, it could be a savior of humanity as well by eradicating a lot of superstitious and superfluous things from our society which are hampering our march towards peace and prosperity. Let us join hands to move towards establishing a scientific culture........a brave new world.....!
Saturday, 2 May 2009
मिट्ठू मियाँ को देखिये कैसे ठुमक ठुमक के नाच रहे हैं !
स्नोबाल की एक नृत्य अदा !
पशु पक्षियों की बुद्धि बड़े औसत दर्जे की होती है -मगर कुछ नए अध्ययन सचमुच चौकाने वाले हैं ! अनिरुद्ध पटेल नामक वैज्ञानिक की अगुआई में पक्षी वैज्ञानिकों की एक टीम ने यह साबित कर दिया है की तोते की एक प्रजाति सल्फर क्रेस्टेड कोकैटू प्रजाति में संगीत की अच्छी खासी समझ है और वह सगीत के लय ताल पर ठुमके भी लगाता है ! जिस तोते पर यह अध्ययन किया गया है उसका नाम स्नोबाल है और इस अध्ययन से जानवरों में लय ताल की जैवीय अनुभूति के बारे में नयी जानकारियाँ मिल सकेगी ! सम्भव है यह अध्ययन मानसिक रुग्णता के रोगियों के इलाज में भी लाभदायक हो सके !
म्यूजिक का नाम है Backstreet Boys और स्नोबाल को उसके इस प्रदर्शन को लेकर बीक स्ट्रीट बॉय कहा जा रहा है ! आप भी जरूर इस नृत्य समारोह का लाभ उठाएं ! यहाँ !
पशु पक्षियों की बुद्धि बड़े औसत दर्जे की होती है -मगर कुछ नए अध्ययन सचमुच चौकाने वाले हैं ! अनिरुद्ध पटेल नामक वैज्ञानिक की अगुआई में पक्षी वैज्ञानिकों की एक टीम ने यह साबित कर दिया है की तोते की एक प्रजाति सल्फर क्रेस्टेड कोकैटू प्रजाति में संगीत की अच्छी खासी समझ है और वह सगीत के लय ताल पर ठुमके भी लगाता है ! जिस तोते पर यह अध्ययन किया गया है उसका नाम स्नोबाल है और इस अध्ययन से जानवरों में लय ताल की जैवीय अनुभूति के बारे में नयी जानकारियाँ मिल सकेगी ! सम्भव है यह अध्ययन मानसिक रुग्णता के रोगियों के इलाज में भी लाभदायक हो सके !
म्यूजिक का नाम है Backstreet Boys और स्नोबाल को उसके इस प्रदर्शन को लेकर बीक स्ट्रीट बॉय कहा जा रहा है ! आप भी जरूर इस नृत्य समारोह का लाभ उठाएं ! यहाँ !
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