Science could just be a fun and discourse of a very high intellectual order.Besides, it could be a savior of humanity as well by eradicating a lot of superstitious and superfluous things from our society which are hampering our march towards peace and prosperity. Let us join hands to move towards establishing a scientific culture........a brave new world.....!
Monday, 7 September 2009
......और गायब हो गए शनि के सभी छल्ले !
इन दिनों जबकि हिन्दी ब्लॉग जगत कन्या राशि ( जो सौभाग्य या दुर्भाग्य से मेरी भी है ) पर आगामी ९ सितम्बर से शनि की साढे साती के आरूढ़ हो जाने का विवेचन कर रहा है शनि देव से ही जुडी एक विलक्षण खगोली घटना अभी पिछले ४ सितम्बर को घटित हुयी है -और देखा गया की शनि के सभी वलय /छल्ले ही गायब हो चुके हैं !
नहीं नहीं घबराने की कोई बात नही है -प्रत्येक १५ -१६ साल पर सूर्य के चक्कर लगाने के चक्कर में शनि महराज धरती से कुछ ऐसे कोण में आ जाते हैं की उनके छल्ले ही नही दीखते ! ४ सितम्बर को यही हुआ और तभी से शनि के छल्ले ही नही दिख रहे हैं जो अगले माह से ही दिखना आरम्भ करेगें !
आप इस साईट पर जाकर रोंगटे खडी कर देने वाली और भी विस्तृत जानकारी और वीडियो देख सकते हैं !
राहत है कि मेरी राशि वालों पर शनि आरूढ़ होगें तो छल्ले अदृश्य होगें ,इसे हम शुभ मान रहे हैं ! यानि हम शनि के घेरों से मुक्त हो घनचक्कर नही बनेगें -हा हा हा !
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