आम जनता में वैज्ञानिक जानकारियों की पहुँच और उनमें वैज्ञानिक नजरिये की दशा और दिशा पर वैचारिक मंथन के लिए पूरी दुनिया के पचास से भी अधिक देशों के लगभग पांच सौ वैज्ञानिकों का जमावड़ा भारत में हो रहा है .विज्ञान और प्रौद्योगिकी की जन समझ(पब्लिक अंडरस्टैंडिंग आफ साईंस एंड टेक्नोलोजी ) पर भारत में आयोजित हो रहे ग्यारहवें अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन को भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अधीन राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार परिषद् (नेशनल काउन्सिल फार साईंस एंड टेक्नोलोजी कम्युनिकेशन ) द्वारा दिनांक चार दिसंबर से ग्यारह दिसम्बर २०१० के मध्य आयोजित किया जा रहा है .इस आयोजन के संयोजक डॉ .मनोज पटैरिया ने बताया की यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन आरम्भिक ,मुख्य और आख़िरी इन तीन चरणों में खजुराहो ,दिल्ली और जयपुर में संयोजित किया गया है जिसमें दिनांक ४ से ५ दिसंबर खजुराहो ,६ से ९ नई दिल्ली और १० से ११ जयपुर में विभिन्न कार्यक्रम और विचार मंथन सत्र आयोजित होंगें !
डॉ. पटैरिया ने बताया कि नेशनल एग्रीकल्चरल साईंस काम्प्लेक्स ,पूसा नई दिल्ली मुख्य सम्मलेन का आयोजन स्थल होगा जहाँ भारत सरकार के माननीय मंत्री ,विज्ञान और प्रौद्योगिकी कपिल सिबल की अध्यक्षता में ७ दिसम्बर को आहूत उद्घाटन सत्र में पूर्व राष्ट्रपति डॉ पी जे अब्दुल कलाम का मुख्य संबोधन होगा और विषय प्रवर्तन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव डॉ. टी रामासामी करेगें! भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार और एन सी एस टी सी के मुखिया डॉ. कमल कान्त द्विवेदी स्व्वागत संबोधन करेंगे !
नई दिल्ली में आयोजित होने वाले पब्लिक कम्युनिकेशन आफ साईंस एंड टेकनलोजी सम्मलेन में देश विदेश के प्रख्यात विज्ञान संचारक और विज्ञान और प्रौद्योगिकी की जन समझ के क्षेत्र में शोधरत वैज्ञानिक अपने शोध पत्र पढ़ेगें और सम्बन्धित पहलुओं की विवेचना हेतु विचार विनिमय भी करेगें .आयोजित विभिन्न सत्रों में विज्ञान संचार के वैश्विक परिदृश्य ,ज्ञान की अल्पज्ञता और बहुलता के संतुलन ,वैज्ञानिक साक्षरता ,वैज्ञानिक जन जागरूकता ,विज्ञान संचार के जनतांत्रिक पहलुओं पर विस्तृत विचार विमर्श के साथ ही विज्ञान संचार को एक पाठ्यक्रम विषय के रूप में प्रतिष्ठा दिलाये जाने के मुद्दे पर मंत्रणा होगी .. सम्मलेन की शुरुआत इस अवसर पर खजुराहो में आयोजित दसवें विज्ञान संचार कांग्रेस के थीम -'टुवर्ड्स अ सायिन्टिफिकली अवेयर एंड अट्टीच्यूडनली रेशनल वर्ल्ड 'पर प्रतिभागियों के विचार मंथन से होगी और जयपुर में आयोजित कार्यशिविर, 'ब्रिंगिंग साईंटिस्टस एंड मीडिया टूगेदर फार बेटर साईंस कम्यूनिकेशन 'से इस अभूतपूर्व सम्मलेन का समापन होगा .
डॉ. पटैरिया ने बताया कि नेशनल एग्रीकल्चरल साईंस काम्प्लेक्स ,पूसा नई दिल्ली मुख्य सम्मलेन का आयोजन स्थल होगा जहाँ भारत सरकार के माननीय मंत्री ,विज्ञान और प्रौद्योगिकी कपिल सिबल की अध्यक्षता में ७ दिसम्बर को आहूत उद्घाटन सत्र में पूर्व राष्ट्रपति डॉ पी जे अब्दुल कलाम का मुख्य संबोधन होगा और विषय प्रवर्तन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव डॉ. टी रामासामी करेगें! भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार और एन सी एस टी सी के मुखिया डॉ. कमल कान्त द्विवेदी स्व्वागत संबोधन करेंगे !
नई दिल्ली में आयोजित होने वाले पब्लिक कम्युनिकेशन आफ साईंस एंड टेकनलोजी सम्मलेन में देश विदेश के प्रख्यात विज्ञान संचारक और विज्ञान और प्रौद्योगिकी की जन समझ के क्षेत्र में शोधरत वैज्ञानिक अपने शोध पत्र पढ़ेगें और सम्बन्धित पहलुओं की विवेचना हेतु विचार विनिमय भी करेगें .आयोजित विभिन्न सत्रों में विज्ञान संचार के वैश्विक परिदृश्य ,ज्ञान की अल्पज्ञता और बहुलता के संतुलन ,वैज्ञानिक साक्षरता ,वैज्ञानिक जन जागरूकता ,विज्ञान संचार के जनतांत्रिक पहलुओं पर विस्तृत विचार विमर्श के साथ ही विज्ञान संचार को एक पाठ्यक्रम विषय के रूप में प्रतिष्ठा दिलाये जाने के मुद्दे पर मंत्रणा होगी .. सम्मलेन की शुरुआत इस अवसर पर खजुराहो में आयोजित दसवें विज्ञान संचार कांग्रेस के थीम -'टुवर्ड्स अ सायिन्टिफिकली अवेयर एंड अट्टीच्यूडनली रेशनल वर्ल्ड 'पर प्रतिभागियों के विचार मंथन से होगी और जयपुर में आयोजित कार्यशिविर, 'ब्रिंगिंग साईंटिस्टस एंड मीडिया टूगेदर फार बेटर साईंस कम्यूनिकेशन 'से इस अभूतपूर्व सम्मलेन का समापन होगा .