Sunday, 11 July 2010

तीन दिल और तेज दिमाग वाले होते हैं ऑक्टोपस -आज क्या हारेंगे पॉल बाबा ?

जी हाँ आक्टोपस सचमुच बुद्धिमान होते है -उन सभी प्राणियों में तो निश्चित ही जिनमें रीढ़ नहीं होती ..आठ भुजाओं वाला यह जीव सचमुच रोमांचित करता है -इसलिए कामिक्स कहानियों ,कार्टूनों आदि में दिखता ही रहता है .जिन्होंने ली फाल्क की मशहूर मैन्ड्रेक जादूगर कामिक्स पढ़ा है उनके मन में 'अष्टपाद संगठन ' की असहज करने वाली यादें होगीं .
भविष्य वक्ता(?) ऑक्टोपस पॉल

अब विश्वकप फ़ुटबाल में भविष्यवाणी करने वाले एक जर्मन ऑक्टोपस ने दुनिया का ध्यान अपनी ओर खीचा है .यह सच है कि ऑक्टोपस बुद्धि का इस्तेमाल करते हैं मगर वे उन्हें किसी मानवीय  घटना का बिल्कुल सही सही पूर्वाभास हो जाय यह महज हास्यास्पद ही है .हाँ ओक्टोपसों के कई कारनामें ऐसे हैं जो आश्चर्य में डालते हैं -जैसे उनका बंद  शीशी /बोतल का कैप घुमाकर खोलना और अपना प्रिय पदार्थ प्राप्त कर लेना ..यह युक्ति उन्होंने बिना किसी प्राथमिक ट्रेनिंग के खुद सीखी .स्पष्ट है कि उनमें तर्क की क्षमता है .सभी आक्टोपस विषैले होते हैं मगर ब्लू रिंग्ड ऑक्टोपस तो मनुष्य के लिए भी घातक है .इस समुद्री जीव की ३०० से ऊपर प्रजातियाँ हैं ! ये बिचारे अल्पजीवी होते हैं -एक प्रजाति तो महज ६ माह में ही अपनी जीवन लीला समाप्त कर देती है .और कुछ ४-५ वर्षों तक जीती हैं .ये एक नहीं तीन दिल वाले हैं!और तेज दिमाग के तो वे हैं ही !

प्रयोगशालों के परिणाम बताते है कि ऑक्टोपस तेजी से सीखते हैं -किसी युक्ति को देख देख कर और अनुभव से सीख  लेते हैं -मतलब इनमें याददाश्त भी होती है .ऑक्टोपस की एक प्रजाति ने नारियल को इकठ्ठा करना और इसी से अपना शरण स्थल बनाने की कला सीखी -वैज्ञानिकों ने इस दास्तान की वीडियो बनायी ! दुश्मनों से अपनी रक्षा के लिए ये काली रोशनाई जैसा पदार्थ निकालते हैं जिसमें शिकारी अँधा सो हो जाता है और ये भाग निकलता है
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जर्मनी का ऑक्टोपस पॉल निश्चय तौर पर अपने ट्रेनर को फालो कर रहा है .दरअसल फ़ुटबाल विजेता की भविष्यवाणी उसका ट्रेनर ही कर रहा है -ऑक्टोपस बस उसका छुपा कमांड फालो कर रहा होता है . मतलब इस सबके पीछे एक मानव बुद्धि काम कर रही है -एक शातिराना बुद्धि ! कौन जाने आज ओक्टो बाबा हार ही न जाय ? मगर मानव  बुद्धि कहती है कि स्पेन की टीम तगड़ी है ! ..वही तो आक्टो बाबा भी बोल रहे हैं !