कृषि वैज्ञानिक नॉर्मन बोरलाग
नोबेल शांति पुरस्कार विजेता और पद्म विभूषण से सम्मानित जाने माने कृषि वैज्ञानिक नॉर्मन बोरलाग नहीं रहे .विकासशील दुनिया में भूख से लड़ने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए उन्हें १९७० में प्रसिद्ध नोबेल शान्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था .वे 95 साल के थे .विगत १२ सितम्बर को कैंसर से उनका निधन हुआ !1960 और 1990 के बीच बोरलाग ने गेहूं उत्पादन को भारत में चौगुना बढाकर 'हरित क्रांति' का स्वप्न साकार कर दिखाया .1950 के दशक में बोरलाग और उनकी टीम ने रोग प्रतिरोधी, उच्च गेहूं की किस्में पैदा की और विकसित खेती के तरीके में सुधार किया. अपने काम से विकासशील देशों में भुखमरी से लाखों लोगों को बचाने में निर्णायक भूमिका निभायी .भारत के प्रमुख कृषि वैज्ञानिक एम.एस. स्वामीनाथन ने हिंदू को बताया, "वह असाधारण मानवता प्रेमी थे , एक भूख से मुक्त दुनिया को साकार करने को प्रतिबद्ध उनका योगदान बहुआयामी था - वे एक साथ ही वैज्ञानिक , राजनैतिक और मानवतावादी थे . "
बोरलाग ने 1986 में विश्व खाद्य पुरस्कार शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की जो अब खाद्य और कृषि के लिए नोबेल पुरस्कार माना जाता है .
नोर्मन ने एक बार कहा था: 'मैं घोर गरीबी , भूख और मानव दुख के बीच में व्यक्तिगत तौर पर आराम से नहीं रह सकता , निंदा और गरीबी के जीवन में रह रहे परिवारों से दुनिया में शांति नहीं हो सकती ..."
21 comments:
बोरलाग को हार्दिक श्रद्धांजलि!
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे .
दुखद!!
श्रृद्धांजलि.
नार्मन बोरलाग जी को विनम्र श्रद्धाँजली
मेरी भी श्रद्धाञ्जलि...।
जानकारी देने का शुक्रिया।
नार्मन बोरलाग जी को हार्दिक श्रद्धांजलि!!
श्रद्धाँजली ।
नार्मन बोरलाग जी को विनम्र श्रद्धाँजली, ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे .
रामराम.
जानकारी के लिये धन्यवाद.
इस समय तो बोरलाग-II की बहुत जरूरत महसूस हो रही है। कभी लगता है कि अगली भुखमरी और अन्न की कमी आसन्न है। कभी लगता है कि दलहन में एक नये प्रकार की जरूरत बहुत ज्यादा है।
श्रद्धान्जलि।
इस महान हस्ती को सादर नमन।
( Treasurer-S. T. )
आत्मा और परमात्मा को प्रणाम
नारमैन बोरलाग का प्रयाण एक रिक्तता दे गया है ।
विनम्र श्रद्धांजलि ।
इष्ट मित्रों एवम कुटुंब जनों सहित आपको दशहरे की घणी रामराम.
श्रद्धान्जलि !
हिन्दीकुंज
श्रद्धान्जलि अर्पित करती हूं.
चिट्ठा जगत में आपका हार्दिक स्वागत है. लिखते रहिये. शुभकामनाएं.
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उल्टा तीर पर हिंदी ब्लोग्स में पहली बार एक रिश्ते पर साहसिक बहस "फ्रेंड्स विद बेनेफिट्स"
व लेखक / लेखिका के रूप में ज्वाइन [उल्टा तीर]
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे
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क्रियेटिव मंच
हमारी ओर से उस महान आत्मा को श्रद्धांजली।
काश की ऐसे ही लोग दुनिया में पैदा हों.
narayan narayan
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