tag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post6174991232064538716..comments2023-11-18T03:53:14.179-08:00Comments on साईब्लाग [sciblog]: नए वर्ष में आ धमकने वाला है एक धुंधकारी धूमकेतु! Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-44596665400514684542013-01-04T05:07:40.933-08:002013-01-04T05:07:40.933-08:00आकाश ,
आभार, यह ग्रेट कामेट आफ 1680 ही है -असावधान...आकाश ,<br />आभार, यह ग्रेट कामेट आफ 1680 ही है -असावधान त्रुटि के खेद है !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-5337983341486119802013-01-03T20:23:41.710-08:002013-01-03T20:23:41.710-08:00बहुत रोचक जानकारी साथ ही साथ ज्ञान वर्धक भी |
माफ ...बहुत रोचक जानकारी साथ ही साथ ज्ञान वर्धक भी |<br />माफ कीजियेगा मुझे एक बात पूछनी है - ग्रेट कमेट ऑफ १८६० है या ग्रेट कमेट ऑफ १६८० या फिर दोनों ?(मेरी जानकारी बहुत सीमित है)<br /><br />सादरAkash Mishrahttps://www.blogger.com/profile/00550689302666626580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-80209001666026254712012-12-29T22:49:48.741-08:002012-12-29T22:49:48.741-08:00आपकी प्रस्तुति अच्छी लगी। मेरे नए पोस्ट पर आपकी प्...आपकी प्रस्तुति अच्छी लगी। मेरे नए पोस्ट पर आपकी प्रतिक्रिया की आतुरता से प्रतीक्षा रहेगी। नव वर्ष 2013 की अग्रिम शुभकामनाओं के साथ। धन्यवाद सहित।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-72464578871384030632012-12-29T22:49:37.949-08:002012-12-29T22:49:37.949-08:00आपकी प्रस्तुति अच्छी लगी। मेरे नए पोस्ट पर आपकी प्...आपकी प्रस्तुति अच्छी लगी। मेरे नए पोस्ट पर आपकी प्रतिक्रिया की आतुरता से प्रतीक्षा रहेगी। नव वर्ष 2013 की अग्रिम शुभकामनाओं के साथ। धन्यवाद सहित।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-47662272114918504562012-12-28T05:00:14.663-08:002012-12-28T05:00:14.663-08:00जरूर देखेंगे इस तमाशे को, बहुत उपयोगी जानकारी दी आ...जरूर देखेंगे इस तमाशे को, बहुत उपयोगी जानकारी दी आपने.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-84544333133894295672012-12-27T18:34:24.652-08:002012-12-27T18:34:24.652-08:00तमाशा तो अच्छा रहेगा, पर यदि पृथ्वी पर गिरा तो बहु...तमाशा तो अच्छा रहेगा, पर यदि पृथ्वी पर गिरा तो बहुत कष्टकारी होगा।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-86350759776546643492012-12-27T09:07:43.657-08:002012-12-27T09:07:43.657-08:00
नववर्ष शुभ हो ,खुश हाली लाये चौतरफा आसपास आपके ....<br /><br />नववर्ष शुभ हो ,खुश हाली लाये चौतरफा आसपास आपके .नव वर्ष शुभ हो ,खुश हाली लाये चौतरफा आपके आसपास .<br /><br />Virendra Sharma @Veerubhai1947<br />ram ram bhai मुखपृष्ठ http://veerubhai1947.blogspot.in/ बृहस्पतिवार, 27 दिसम्बर 2012 दिमागी तौर पर ठस रह सकती गूगल पीढ़ी<br /><br /><br />1mVirendra Sharma @Veerubhai1947<br />आरोग्य प्रहरी ...... http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/2012/12/blog-post_8739.html …virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-37516943258094717332012-12-27T07:46:23.784-08:002012-12-27T07:46:23.784-08:00bahut hi rachak prastuti ....abharbahut hi rachak prastuti ....abharNaveen Mani Tripathihttps://www.blogger.com/profile/12695495499891742635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-87838890459255162762012-12-27T06:46:24.915-08:002012-12-27T06:46:24.915-08:00धन्यवाद। इंतजार रहेगा इसके आगमन का।धन्यवाद। इंतजार रहेगा इसके आगमन का।अभिषेक मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-69552925553732525502012-12-27T04:43:37.391-08:002012-12-27T04:43:37.391-08:00रोचक जानकारी मिली ... रोचक जानकारी मिली ... संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-70855926560529575892012-12-27T04:32:33.212-08:002012-12-27T04:32:33.212-08:00बहुत रोचक अंदाज़ मे आपने जानकारी दी है सर!
सादर बहुत रोचक अंदाज़ मे आपने जानकारी दी है सर!<br /><br /><br />सादर Yashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-40061488746575968542012-12-26T22:17:55.068-08:002012-12-26T22:17:55.068-08:00इंतज़ार रहेगाइंतज़ार रहेगाvandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-80411942935016655822012-12-26T02:31:29.536-08:002012-12-26T02:31:29.536-08:00इन्तजार है जी इसका, धन्यवाद जानकारी के लिये।इन्तजार है जी इसका, धन्यवाद जानकारी के लिये।ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-44729622703072587432012-12-26T02:23:40.380-08:002012-12-26T02:23:40.380-08:00 शुक्रिया भाई साहब इस महत्व पूर्ण अपडेट के लिए .
... शुक्रिया भाई साहब इस महत्व पूर्ण अपडेट के लिए .<br /><br /><br />चाँद को मात देगी उसकी चमक <br /><br />इससे पूर्व की एक टिपण्णी स्पेम में जा चुकी है .कृपया निकालें virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-1511562445335739382012-12-26T02:21:57.803-08:002012-12-26T02:21:57.803-08:00शुक्रिया भाई साहब इस महत्व पूर्ण अपडेट के लिए .
...शुक्रिया भाई साहब इस महत्व पूर्ण अपडेट के लिए .<br /><br /><br />चाँद को मात देगी उसकी चमक <br /><br />Rare supercomet to outshine Moon in '13<br /><br />सौर मंडल के बाहरी इलाके से एक सुपर धूमकेतु (जटा धारी महाकाय सितारा )सूरज की तरफ बे -तहाशा दौड़ा आ रहा है .समझा जाता है नवम्बर 2013 में यह सूर्य के नजदीक तम होगा .तब <br /><br />इसकी <br /><br />चमक अपने चन्दा को मात देने लगेगी .<br /><br />यह पहली मर्तबा सितम्बर 2012 में प्रेक्षण में लिया गया था .इसे खगोल विज्ञान के माहिरों ने नाम दिया है :<br /><br />C/2012 S1 (ISON).<br /><br />ISON का विस्तार है -INTERNATIONAL SCIENTIFIC OPTICAL NETWORK (अंतर -राष्ट्रीय वैग्यानिक संजाल ).<br /><br />नैट वर्क परस्पर सम्बद्ध /जुड़े हुए कम्प्यूटरों का एक विशाल तंत्र होता है .यह रेडिओ दूरबीनों से प्राप्त ब्योरे का संसाधन करता है .<br /><br /><br />विज्ञान पत्रिका न्यू -साइंटिस्ट ने इस खबर को विस्तार से छापा है सुन्दर चित्रों के साथ .<br /><br />इसे बेला रूस और रूस के शौकिया खगोल विदों ने ढूंढ निकाला है .<br /><br />वास्तव में धूमकेतु सूरज के आवधिक मेहमान होते हैं .कुछ 200 साल से पहले ही सूरज से मिलने चले आते हैं इन्हें शार्ट पीरियड कोमेट कहा जाता है .शेष 200 साल के बाद ही मिलन मना पाते हैं <br /><br /> इन्हें लॉन्ग पीरीअड कोमेट कहा जाता है .<br /><br />हेली का धूमकेतु शार्ट पीरीअड कोमेट है जो हरेक 75 बरस के बाद सूरज से मिलने आता है .<br /><br />मंगल और बृहस्पति की कक्षा में धूमकेतुओं का एक बादल होता है .कभी कभार जब इनके दीर्घ वृत्ताकार पथ सूर्य की असरकारी गुरुत्व जद में आ जाते हैं .तब सूरज की विशाल गर्मी से यह <br /><br />धुंधली बर्फीली चट्टानी गेंद पिघलने लगती है .<br /><br />आरम्भ में धूमकेतु एक धुंधली बर्फीली गेंद सा ही होता है .<br /><br />इस पिघलाव से बनता है इसका जटाजूट धारी सा सिर (Head of the comet ) .सिर के नीचे रहता है इसका केन्द्रीय भाग न्युक्लिअस . सौर विकिरण के दाब से जो इसे धरती की और ठेलता है <br /><br />इसकी पूंछ का निर्माण होता है .खरबों बार पृथ्वी विशालकाय धूमकेतुओं की विरलीकृत विशाल काय पूंछ में से गुजर चुकी है इसका बाल भी बांका न हुआ है .<br /><br />कोई अनर्थ अमंगल ,अनहोनी नहीं लाते हैं धूमकेतु .इनके पृथ्वी से टकरा जाने की संभावना भी अति क्षीण रहती है .और अब तो पृथ्वी से रोकिट दाग कर इनका परिक्रमा पथ भी ठेला जा सकता है <br /><br />विचलित किया जा सकता है .<br /><br />लम्बी तान के सोइये .<br /><br />पृथ्वी पर जीवन के लिए ज़रूरी कच्चा माल सुदूर अतीत में धूमकेतुओं से ही आयातित हुआ था .कुछ खगोल विद ऐसा मानते आयें हैं जिनके अगुवा रहें है फ़्रेड होइल .<br /><br />एक और अनुमान के अनुसार अब से कोई साढ़े छ :करोड़ बरस पहले एक विशालकाय धूमकेतु के पृथ्वी से आ टकराने से विशालकाय प्राणी धूमकेतुओं का सफाया हुआ माना जाता है .<br /><br />सूरज की हरेक परिक्रमा में इन के द्रव्यमान का 10 % भाग गल खप जाता है .इनके टुकड़े ही हैं उल्काएं जिनकी चन्द्र सतह पर बरसात होती रहती है लेकिन पृथ्वी पर पहुँचने से पहले ये टुकड़े जल <br /><br />खप जातें हैं .कभी कभार ही इनके अधजले अंश पृथ्वी पर पहुँच पाते हैं . <br /><br />ध्रुवीय प्रदेशों में बरफ (हिमराशी )के नीचे सैंकड़ों धूमकेतु (छोटे बड़े )दबे पड़ें हैं .इनमे मौजूद हो सकता है जीवन के लिए ज़रूरी कच्चा माल अपनी आदिम अवस्था में .<br /><br />एक प्रतिक्रिया ब्लॉग पोस्ट :<br /><br />.virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-44248256909997314102012-12-26T02:06:50.329-08:002012-12-26T02:06:50.329-08:00महत्वपूर्ण अपडेट है भाई साहब ,इसे टाइम्स आफ इंडिया...महत्वपूर्ण अपडेट है भाई साहब ,इसे टाइम्स आफ इंडिया ने भी अपनी खबर बनाया है :<br /><br />Rare supercomet to outshine Moon in '13<br /><br />सौर मंडल के बाहरी इलाके से एक सुपर धूमकेतु (जटा धारी महाकाय सितारा )सूरज की तरफ बे -तहाशा दौड़ा आ रहा है .समझा जाता है नवम्बर 2013 में यह सूर्य के नजदीक तम होगा .तब <br /><br />इसकी <br /><br />चमक अपने चन्दा को मात देने लगेगी .<br /><br />यह पहली मर्तबा सितम्बर 2012 में प्रेक्षण में लिया गया था .इसे खगोल विज्ञान के माहिरों ने नाम दिया है :<br /><br />C/2012 S1 (ISON).<br /><br />ISON का विस्तार है -INTERNATIONAL SCIENTIFIC OPTICAL NETWORK (अंतर -राष्ट्रीय वैग्यानिक संजाल ).<br /><br />नैट वर्क परस्पर सम्बद्ध /जुड़े हुए कम्प्यूटरों का एक विशाल तंत्र होता है .यह रेडिओ दूरबीनों से प्राप्त ब्योरे का संसाधन करता है .<br /><br /><br />विज्ञान पत्रिका न्यू -साइंटिस्ट ने इस खबर को विस्तार से छापा है सुन्दर चित्रों के साथ .<br /><br />इसे बेला रूस और रूस के शौकिया खगोल विदों ने ढूंढ निकाला है .<br /><br />वास्तव में धूमकेतु सूरज के आवधिक मेहमान होते हैं .कुछ 200 साल से पहले ही सूरज से मिलने चले आते हैं इन्हें शार्ट पीरियड कोमेट कहा जाता है .शेष 200 साल के बाद ही मिलन मना पाते हैं <br /><br /> इन्हें लॉन्ग पीरीअड कोमेट कहा जाता है .<br /><br />हेली का धूमकेतु शार्ट पीरीअड कोमेट है जो हरेक 75 बरस के बाद सूरज से मिलने आता है .<br /><br />मंगल और बृहस्पति की कक्षा में धूमकेतुओं का एक बादल होता है .कभी कभार जब इनके दीर्घ वृत्ताकार पथ सूर्य की असरकारी गुरुत्व जद में आ जाते हैं .तब सूरज की विशाल गर्मी से यह <br /><br />धुंधली बर्फीली चट्टानी गेंद पिघलने लगती है .<br /><br />आरम्भ में धूमकेतु एक धुंधली बर्फीली गेंद सा ही होता है .<br /><br />इस पिघलाव से बनता है इसका जटाजूट धारी सा सिर (Head of the comet ) .सिर के नीचे रहता है इसका केन्द्रीय भाग न्युक्लिअस . सौर विकिरण के दाब से जो इसे धरती की और ठेलता है <br /><br />इसकी पूंछ का निर्माण होता है .खरबों बार पृथ्वी विशालकाय धूमकेतुओं की विरलीकृत विशाल काय पूंछ में से गुजर चुकी है इसका बाल भी बांका न हुआ है .<br /><br />कोई अनर्थ अमंगल ,अनहोनी नहीं लाते हैं धूमकेतु .इनके पृथ्वी से टकरा जाने की संभावना भी अति क्षीण रहती है .और अब तो पृथ्वी से रोकिट दाग कर इनका परिक्रमा पथ भी ठेला जा सकता है <br /><br />विचलित किया जा सकता है .<br /><br />लम्बी तान के सोइये .<br /><br />पृथ्वी पर जीवन के लिए ज़रूरी कच्चा माल सुदूर अतीत में धूमकेतुओं से ही आयातित हुआ था .कुछ खगोल विद ऐसा मानते आयें हैं जिनके अगुवा रहें है फ़्रेड होइल .<br /><br />एक और अनुमान के अनुसार अब से कोई साढ़े छ :करोड़ बरस पहले एक विशालकाय धूमकेतु के पृथ्वी से आ टकराने से विशालकाय प्राणी धूमकेतुओं का सफाया हुआ माना जाता है .<br /><br />सूरज की हरेक परिक्रमा में इन के द्रव्यमान का 10 % भाग गल खप जाता है .इनके टुकड़े ही हैं उल्काएं जिनकी चन्द्र सतह पर बरसात होती रहती है लेकिन पृथ्वी पर पहुँचने से पहले ये टुकड़े जल <br /><br />खप जातें हैं .कभी कभार ही इनके अधजले अंश पृथ्वी पर पहुँच पाते हैं . <br /><br />ध्रुवीय प्रदेशों में बरफ (हिमराशी )के नीचे सैंकड़ों धूमकेतु (छोटे बड़े )दबे पड़ें हैं .इनमे मौजूद हो सकता है जीवन के लिए ज़रूरी कच्चा माल अपनी आदिम अवस्था में .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-2499844330261478492012-12-26T02:06:16.667-08:002012-12-26T02:06:16.667-08:00स्वागत है धूमकेतु का। मैं ने कई धूमकेतु देखे हैं न...स्वागत है धूमकेतु का। मैं ने कई धूमकेतु देखे हैं नंगी आँखों से। इसे भी देख लेंगे। दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-76243473417718994432012-12-26T00:50:01.745-08:002012-12-26T00:50:01.745-08:00सबसे भव्य और चमकदार होगा
वाह फिर तो
तैयारियां करत...सबसे भव्य और चमकदार होगा<br />वाह फिर तो <br />तैयारियां करते हैं इसके स्वागत की और इसकी मशहूरी की Darshan Lal Bawejahttps://www.blogger.com/profile/10949400799195504029noreply@blogger.com