tag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post5038175416100832395..comments2023-11-18T03:53:14.179-08:00Comments on साईब्लाग [sciblog]: पुरूष नितम्ब -एक पर्यवेक्षण ! (होली विशेष )Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-11768268422428097062009-03-09T09:52:00.000-07:002009-03-09T09:52:00.000-07:00रंगों के पर्व होली की आपको बहुत बहुत हार्दिक शुभका...रंगों के पर्व होली की आपको बहुत बहुत हार्दिक शुभकामना .समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-62605640343371868742009-03-09T05:03:00.000-07:002009-03-09T05:03:00.000-07:00निजी जीवन की बात कैसे अलगे है भाया ये समझ में नहीं...निजी जीवन की बात कैसे अलगे है भाया <BR/>ये समझ में नहीं आया <BR/>होली के अवसर पर कम से कम विशाल व उन्नत नितम्ब धारकों के सामान्य यौन जीवन के बारे में ही कुछ बताते तो कम से कम यह तो पता चलता कि कितना त्याग व बलिदान कि कहानिया छिपी है इन सेठो के उत्तल लेंसों मेंarun prakashhttps://www.blogger.com/profile/11575067283732765247noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-76545315103660777962009-03-08T18:23:00.000-07:002009-03-08T18:23:00.000-07:00जबरदस्त अनुसंधान चल रहे हैं आपके आजकल, पोस्ट जोरदा...जबरदस्त अनुसंधान चल रहे हैं आपके आजकल, पोस्ट जोरदार रही। <BR/><BR/>पिछली पोस्ट भी पढ़ी और ये ग्रह किसी ना किसी दिन तो गिरेंगे ही क्योंकि जब इतने पास तक आ सकते हैं तो थोड़ा पास भी आ सकते हैं।Tarunhttps://www.blogger.com/profile/00455857004125328718noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-49351866056299133882009-03-07T19:27:00.000-08:002009-03-07T19:27:00.000-08:00कुर्सी का झगडा भी इन्हीं महाशय के लिए होता है.कुर्सी का झगडा भी इन्हीं महाशय के लिए होता है.zeashan haider zaidihttps://www.blogger.com/profile/16283045525932472056noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-11917628416898649232009-03-07T09:19:00.000-08:002009-03-07T09:19:00.000-08:00इस शोधपरख लेख को पढने के बाद फर्नीचर डिज़ाइनरों का ...इस शोधपरख लेख को पढने के बाद फर्नीचर डिज़ाइनरों का काम सरल हो जाएगा:)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-32759887732805659372009-03-07T08:50:00.000-08:002009-03-07T08:50:00.000-08:00आज की पोस्ट का पठन जरा लॆट हुआ . आज काम से जरा गाय...आज की पोस्ट का पठन जरा लॆट हुआ . आज काम से जरा गायब थे. इसलिये देरी माफ़ी चाहेंगे.<BR/><BR/>होली की आपको बहुत शुभकामनाएं.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-55703022029702078142009-03-07T08:48:00.000-08:002009-03-07T08:48:00.000-08:00Himanshu please read this - Women prefer tight bum...Himanshu please read this -<BR/> Women prefer tight bums. A small, compact bum is the favourite of women everywhere but few understand its magnetic attraction. The secret is that a tight, muscular arse is necessary to make the strong forward thrusting motion needed for successful sperm transfer during sex. Click here to read the rest paragraph from the article.<BR/>http://enlightr.com/articles/53-articles/264-is-she-a-chest-legs-or-bum-gal#bumArvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-89569057494184942322009-03-07T08:43:00.000-08:002009-03-07T08:43:00.000-08:00@जानकारियों के खजानों के खजाने के मुहाने पर बैठा ...@जानकारियों के खजानों के खजाने के मुहाने पर बैठा यह बालक हिमांशु क्या कह रहा है -सुधीजनों सुनो ! भैया इन्टरनेट पर सर्च करो ना ? एक हालीवूड़ हेरोईन ने १९८० के दशक में यह किताब लिखे थी -ये वूमन लुक्स अट मेन'स बम्स !<BR/>@योगेन्द्र भाई ताऊ के साथ यह आजमूदा नुस्खा बाद में सभी के साथ शेयर हजूर करियेगा ! सभी तो त्रस्त हैं बुरी नजर वालों से !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-37431028366500853622009-03-07T02:21:00.000-08:002009-03-07T02:21:00.000-08:00मुझे लगता है यदि कंप्यूटर स्क्रीन की तरफ अनावृत नि...मुझे लगता है यदि कंप्यूटर स्क्रीन की तरफ अनावृत नितम्ब कर के सायं-प्रातः दो-दो घंटे खड़ा हुआ जाये तो काली नज़र वाले ब्लागरों की टिप्पणियों से बचा जा सकता है... बाकि ताऊ से सलाह भी की थी मैंने... तो अरविंद जी, ताऊ ने बताया कि अनावृत नितम्ब वालों को खूटें पर नहीं जाना चाहिये गलती से चले जायें तो बैठना नहीं चाहिये.....<BR/><BR/>होली का रंगीन प्रणाम स्वीकारेंयोगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-57705245893262100362009-03-07T01:02:00.000-08:002009-03-07T01:02:00.000-08:00आपको और आपके परिवार को होली की रंग-बिरंगी भीगी भीग...आपको और आपके परिवार को होली की रंग-बिरंगी भीगी भीगी बधाई।<BR/>बुरा न मानो होली है। होली है जी होली हैराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-21082928773339551382009-03-07T00:46:00.000-08:002009-03-07T00:46:00.000-08:00आपका यह लेख पढा । कई जानकरी मिली ।आपका यह लेख पढा । कई जानकरी मिली ।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16883786301435391374noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-13773122127805106252009-03-06T23:01:00.000-08:002009-03-06T23:01:00.000-08:00नितंब चर्चा के बहाने बहुत सी नई जानकारियॉं प्राप्...नितंब चर्चा के बहाने बहुत सी नई जानकारियॉं प्राप्त हुई। आभार।Science Bloggers Associationhttps://www.blogger.com/profile/11209193571602615574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-32108517491735913862009-03-06T22:50:00.000-08:002009-03-06T22:50:00.000-08:00अच्छे नितंब प्रगतिशीलता की निशानी हैं, ऐसा मैंने स...अच्छे नितंब प्रगतिशीलता की निशानी हैं, ऐसा मैंने सुना है।Anshu Mali Rastogihttps://www.blogger.com/profile/01648704780724449862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-57285446251896293752009-03-06T21:11:00.000-08:002009-03-06T21:11:00.000-08:00नितम्बों के ऊपर ऑफिस में कुर्सियाँ तोड़ने वालों का ...नितम्बों के ऊपर ऑफिस में कुर्सियाँ तोड़ने वालों का शारीरिक भार भी सर्वाधिक आयत होता है। जो खड़ा होकर या चलते हुए काम करते हैं उनकी तुलना में देरतक बैठकर काम करने वालों के नितम्ब अपना आकार सुडौल नहीं रख पाते। <BR/><BR/>ऊपर से यदि तोंद का आकार बढ़ जाता है तो नितम्ब पीछे की ओर निकलकर सन्तुलन साधने का काम करते हैं। ऐसी हालत में दर्जी का काम बहुत कठिन हो जाता है। :)सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-65653561847984458262009-03-06T20:35:00.000-08:002009-03-06T20:35:00.000-08:00चलिए होली के लिए एक मसाला मिल गया. आभार.चलिए होली के लिए एक मसाला मिल गया. आभार.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-87293344085384959242009-03-06T20:23:00.000-08:002009-03-06T20:23:00.000-08:00ओबेसिटी का ये आलम है कि कमर कब खत्म हुई और नितम्ब ...ओबेसिटी का ये आलम है कि कमर कब खत्म हुई और नितम्ब कब शुरू हुये, यह पहेली हल करना दुरुह हो जाता है! :)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-83648579992740356842009-03-06T20:15:00.000-08:002009-03-06T20:15:00.000-08:00आपकी ये पोस्ट महिलाओं को पढ़वाना ख़तरे से ख़ाली नहीं...आपकी ये पोस्ट महिलाओं को पढ़वाना ख़तरे से ख़ाली नहीं है सर। पुरुषों को अपने नितम्बों पर चिकोटियों के हमले का डर ज्यादा है क्योंकि लम्बे नाखू़नों के हथियार महिलाओं के पास बहुतायत से पाए जाते हैं। हा हा हा।बवालhttps://www.blogger.com/profile/11131413539138594941noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3362795456291072795.post-74064035625286582502009-03-06T20:13:00.000-08:002009-03-06T20:13:00.000-08:00हम तो पहले भी केवल इस पर्यवेक्षण के मूक पाठक रहे ह...हम तो पहले भी केवल इस पर्यवेक्षण के मूक पाठक रहे हैं, और अभी भी हैं . एक बात है जो चकित करती है हर एक आलेख में, जैसे यहां -<BR/>"रायशुमारी में जाहिर हुआ कि नारी की रुझान छोटे मगर कसे (मस्कुलर ) हुए नितम्बों में होती है" ।<BR/><BR/>यह रायशुमारी के आंकड़े कहां से उठा लाते हैं आप? दिलचस्प आंकड़े ।Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.com